दुआ
दुआ तो तुमने भी किये थे ,
कि हम दोनों एक हों जाये ।
मन्नात तो तुमने भी मांगें थे ,
कि कभी हम दोनों के साथ ना छुट जाये ।।
क्या सब झूठे थे ?
तो फिर हज़ारों सपने क्यों बुने धे।
आज दिल टुट चुका है,
तु भी जा चुका है।
टूटे हुए रास्तों में ,
क्यों तु मुझे छोड़ गया है ?
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