वन्देमातरम
हम एक ऐसे देश में रहते हैं,
जाहां कूंच ज्यादा ही पड़े लिखे लोग मिल जाते हैं ।
जो पड़े लिखे लोग ज्यादातर देश डूबते हुए देखना ज्यादा पसंद करते हैं , देश के बिरुदावली हैं ।
जो पड़े लिखे लोग अपने देश से पहले पाकिस्तान के साथ जातें हैं ।
जो पड़े लिखे लोग भारत के टुकड़े करने वाले देशद्रोही की बात और साथ देते हुए ज्यादा दिखाई देते हैं ।
जो पड़े लिखे लोग अफजल गुरु के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते ज्यादा दिखाई देते हैं ।
जो पड़े लिखे लोगों को भारत माता की जय कहने में भी दिक्कत होती है ।
जो पड़े लिखे लोगों को भारत में रहने में भी डर लगता है।
जो पड़े लिखे लोगों को लगता है कि पाकिस्तान हमें जितनी बार पीठ पीछे हमला करले फिर भी पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण ढंग से रहना चाहिए ।
ऐसे पड़े लिखे लोग हमें भारत के सभी जगह में मिल जाएंगे ,
जो पड़े लिखे लोग को हर आतंकवाद और आतंकवादी को मासूम लगने लगता है ।
हम अनपढ़ ही सही ।
हमें बदला चाहिए ।
देश के हर जवानों के बलिदान विफल जाना नहीं चाहिए।।
अगर मुझे उन पाकिस्तानियों को मारने के लिए भेज दिया जाता है , तो मैं भी तैयार हु।।
जय हिन्द वन्देमातरम 🙏 - धीमान कुड़ी
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